नौणी की शोधार्थी ने सर्बिया में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में शोध पत्र प्रस्तुत किया

नौणी, सोलन: डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी की मृदा विज्ञान एवं जल प्रबंधन विभाग की स्नातकोत्तर छात्रा अवंतिका शर्मा ने हाल ही में सर्बिया में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लिया और अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया।
1808 में स्थापित बेलग्रेड विश्वविद्यालय ने ‘From Genomic Analysis to Functional Models in Microbiomes and Synthetic Consortia’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया। फेडरेशन ऑफ यूरोपियन माइक्रोबायोलॉजिकल सोसाइटी (FEMS) द्वारा आयोजित इस पांच दिवसीय कार्यक्रम को डेल्फ्ट यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, नीदरलैंड्स के सहयोग से आयोजित किया गया था। इसमें विश्व भर से 80 शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और पीएचडी छात्रों ने भाग लिया। प्रतिभागियों का चयन उनके शैक्षणिक योगदान और बायोइनफॉर्मेटिक्स, माइक्रोबायोलॉजी एवं पर्यावरण अनुसंधान में रुचि के आधार पर किया गया।
अवंतिका को FEMS की ओर से आंशिक अनुदान प्रदान किया गया, जिसके अंतर्गत उनकी सात दिवसीय आवास एवं पंजीकरण शुल्क की व्यवस्था की गई। उन्होंने मृदा स्वास्थ्य, स्थायित्व और जीनोमिक अन्वेषण के लिए किण्वित जैविक खाद के माध्यम से मृदा माइक्रोबायोम को समृद्ध करना विषय पर अपना पोस्टर प्रस्तुत किया। उनके शोध में यह रेखांकित किया गया कि किस प्रकार किण्वित जैविक खाद मृदा सूक्ष्मजीव विविधता को बढ़ाने, मृदा स्वास्थ्य को सुधारने और जीनोमिक अध्ययन के माध्यम से नए आयाम प्रस्तुत करने में सहायक है।
इस कार्यशाला ने अवंतिका को अपने शोध निष्कर्ष प्रस्तुत करने, उन्नत अनुसंधान पद्धतियों का अनुभव प्राप्त करने और माइक्रोबायोलॉजी एवं पर्यावरण विज्ञान के वैश्विक विशेषज्ञों के साथ संवाद करने का अवसर प्रदान किया।
यह उल्लेखनीय है कि डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालयऔर बेलग्रेड विश्वविद्यालय – जीव विज्ञान संकाय के बीच एक समझौता है। यह समझौता ज्ञापन शैक्षणिक सहयोग, संयुक्त शोध कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और प्रशिक्षण पहलों के लिए एक ढांचा प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य आणविक जीव विज्ञान, सतत कृषि एवं पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ावा देना है।